सुकून, शांती और खुद का एहसास !!
सुकून, शांती और खुद का एहसास !!
वैसे तो हर दिन ही करते हम ध्यान (meditation)
और सजते है लेकर ढेर सारा ज्ञान
पर एक बार धुंढ के देखो अपने आप
सुकून शांती से भरी मूर्ती का ओ रूप
वर्जीश (exercise) करके प्रफुल्लित तन
और चैतन्यभरे ऊस शरीर को लेकर
मानो कश्मीर की खूबसुरत वादिया हो
फुल, पौधे, पंछी सब 'डोल रहे है साथ
इस जहाँ की हर ओ खूबसुरत चीज
बस कुछ पल मे देख सकते हो आप
प्यारा सा समंदर उसकी सुंदर लहरे
जो चाहो उसको पा सकते है आप
एक बार अपने आप को समर्पित कर
ध्यान करो, मस्त रहो, स्वस्थ रहो
एक सचेतन दिन की शुरुवात करो
और अद्भुत अनुभूती का आनंद लो ...
शरद पुराणिक
After meditation 301123.
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